Career In Maths After 12th: आज हम आपको बताने जा रहे हैं गणित में 8 ऐसे करियर ऑप्शन जो आपको ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
Career In Maths After Graduation: छात्रों के बीच गणित विषय को कठिन विषय समझा जाता है, इसका नाम सुनते ही बहुत से छात्र दूर भागते हैं। परंतु यदि प्रारंभ से ही गणित विषय को सही प्रकार से हैंडिल किया जाए तो आपकी गणित पर अच्छी पकड़ हो सकती है। गणित विषय का अर्थ केवल जोड़ना, घटाना, गुणा और भाग देना नहीं है। इस विषय में उच्च शिक्षा लेकर करियर की अपार संभावनाएं हैं। गणित विषय मनुष्य की ज्ञान की एक उपयोगी तथा आकर्षक शाखा है। इसमें अध्ययन के कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है। भारत में प्राचीन काल से ही गणित की एक सुदृढ़ परंपरा रही है। प्राचीन काल के कई गणितज्ञों आर्यभट्ट, वराह मिहिर, महावीराचार्य, ब्रह्मगुप्त, श्रीधराचार्य इत्यादि ने तथा आधुनिक काल में डॉ गणेश प्रसाद, प्रोफ़ेसर बीएन प्रसाद, श्रीनिवास रामानुजन इत्यादि ने गणित की सुदृढ़ नींव रखी है।
इकोनॉमिस्ट
एक इकोनॉमिस्ट आर्थिक रुझानों का अन्वेषण करके मूल्यांकन करता है। भविष्य को लेकर पूर्वानुमान जारी करता है। वह विभिन्न विषयों जैसे महंगाई, कर, ब्याज दर, रोजगार का स्तर आदि का डेटा संग्रह करता है। उस पर अनुसंधान करता है और विश्लेषण करता है। अर्थशास्त्री बनने के लिए गणित विषय को जरूरी माना जाता है। एक अर्थशास्त्री बनने के लिए अर्थशास्त्र में बैचलर डिग्री होना और गणित पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है। इसके बाद अर्थशास्त्र, इकोमेट्रिक्स, ऐप्लाइड इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होना चाहिए।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर
सॉफ्टवेर इंजीनियरिंग के छात्रों के करियर की नीव शुरू ही गणित के ज्ञान से होती है। सॉफ्टवेयर इंजीनियरों का काम सॉफ्टवेयर डिजाइन करना और उसे डेवलप करना होता है। इस काम में छात्रों को कम्यूटर साइंस के साथ-साथ मैथ्स की थ्योरी और उनके सिद्धांतों का प्रयोग करना पड़ता है। इस क्षेत्र में एक्सपर्ट छात्रों के लिए बहुत अच्छे विकल्प मौजूद है तथा अगले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं आने वाली हैं जो छात्रों के हित में मददगार साबित होंगे।
स्टैटिस्टिक्स
गणित पर जिनको महारत हासिल है उनके लिए स्टैटिस्टिक्स में कैरियर बनाना बहुत अच्छा विकल्प है। सांख्यिकीविद को डाटा का विश्लेषण करना, परिणामों को पाइ चार्ट्स, बार ग्राफ, टेबल के रूप में प्रस्तुत करने का काम करना होता है। हेल्थ केयर, शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में सांख्यिकीविद की काफी मांग होती है। सांख्यिकीविद बनने के लिए आपके पास मैथमेटिक्स स्टैटिस्टिक्स में स्नातक की डिग्री या फिर स्टैटिस्टिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए।
चार्टर्ड एकाउंटेंट
चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने का पहला रूल ही गणित में दक्ष होना है। क्योंकि चार्टर्ड एकाउंटेंट यानि कि सीए का पूरा काम एकाउंटिंग, ऑडिटिंग और टैक्सेशन से जुड़ा होता है। अर्थवय्वस्था में तेजी से वृद्धि के चलते फाइनेंस और एकाउंट से जुड़े क्षेत्रों में करियर के काफी स्कोप जुड़ते जा रहे हैं जो गणित में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए एक अच्छा करियर विकल्प का मार्ग है।
ऑपरेशन रिसर्च एनालिस्ट
इससे जुड़े काम को एप्लाइड मैथ्स और फॉर्मल साइंस की एक शाखा के रूप में ही समझा जाता है। इसमें आधुनिक लॉजिकल विधियों जैसे की स्टैटिस्टिकल एनालिसिस और मैथमेटिकल ऑप्टिमाइजेशन का प्रयोग किया जाता है। ऑपरेशन रिसर्च एनालिस्ट इन्हीं आधुनिक विधियों कि मदद से मैनेजर को सही निर्णय लेने और समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव प्रदान करते है।
बैंकिंग
अगर आपकी गणित में अच्छी पकड़ है तो आप बैंकिंग क्षेत्र में आप एकाउंटेंट, कस्टमर सर्विस, फ्रंट डेस्क, कैश हैंडलिंग, एकाउंट ओपनिंग, करंट एकाउंट, सेविंग एकाउंट, लोन प्रोसेसिंग ऑफिसर, सेल्स एग्जीक्यूटिव, रिकवरी ऑफिसर के प्रोफाइल्स के लिए भी कोशिश कर अपना भविष्य बना सकते है क्यूंकि इन सभी में मैथमेटिकल स्किल्स का होना जरूरी है।
मैथमेटिशियन
अगर आप मैथ को दिल से प्यार करते हैं और इसमें सबसे ज्यादा माहिर हैं, तो मैथमेटिशियन बनना आपके लिए सबसे बेस्ट होगा। यह ऐसे प्रोफेशनल्स होते हैं जो मैथ्स के बुनियादी क्षेत्र का अध्ययन या रिसर्च संबंधी कार्य करते हैं। इसके अलावा ये लॉजिक, ट्रांसफार्मेशन, नंबर आदि समस्याओं का निर्धारण करते हैं। इस क्षेत्र में भी मैथ्स का ज्ञान होना बहुत ज़रूरी है तथा इस क्षेत्र में छात्र अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
कम्प्यूटर सिस्टम एनालिस्ट
कम्प्यूटर सिस्टम एनालिस्ट आईटी टूल्स का उपयोग करते हुए किसी भी एंटरप्राइजेज को लक्ष्य पूरा करने में मदद पहुंचाते हैं। यदि आपको गणित का ज्ञान नहीं तो आप आगे नहीं बढ़ सकते और इसी के विपरीत यदि आपका गणित के प्रति रुझान है तो आप आसानी से अपने काम को पूरा कर सकते हैं। ज्यादातर सिस्टम एनालिस्ट अपना काम कम्प्यूटर और सॉफ्टवेयर के जरिए करते हैं तथा इसे ठीक तरह से समझने के लिए गणित पहली नींव है।